टंगस्टन वेल्डिंग
टंगस्टन वेल्डिंग, जिसे TIG (टंगस्टन इनर्ट गैस) वेल्डिंग भी कहा जाता है, एक उन्नत आर्क वेल्डिंग प्रक्रिया को दर्शाती है जो गुणवत्तापूर्ण और सटीक वेल्ड्स बनाने के लिए एक अ-उपभोगी टंगस्टन इलेक्ट्रोड का उपयोग करती है। यह विकसित वेल्डिंग तकनीक आमतौर पर आर्गन या हीलियम जैसी एक इनर्ट शिल्डिंग गैस के रक्षण में टंगस्टन इलेक्ट्रोड और कार्यात्मक खंड के बीच एक आर्क बनाती है। यह प्रक्रिया वेल्ड पूल पर अद्वितीय नियंत्रण प्रदान करती है, जिससे यह जटिल कार्य और पतले सामग्री के लिए आदर्श होती है। यह तकनीक एक स्थिर-धारा वेल्डिंग पावर सप्लाई का उपयोग करती है जो ऊर्जा को एक वेल्डिंग टोर्च के माध्यम से आर्क तक पहुँचाती है। टोर्च में एक टंगस्टन इलेक्ट्रोड फिट होती है जो आर्क को धारा पहुँचाते हुए अ-उपभोगी रहती है। यह विधि अपनी बहुमुखीता के लिए प्रसिद्ध है और एल्यूमिनियम, मैग्नीशियम, स्टेनलेस स्टील और विदेशी धातुओं जैसी विभिन्न धातुओं को वेल्ड करने की क्षमता रखती है। यह प्रक्रिया हाथ से या स्वचालित रूप से की जा सकती है, जिससे विभिन्न औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए लचीलापन प्राप्त होता है। आधुनिक टंगस्टन वेल्डिंग प्रणालियों में अक्सर अग्रणी विशेषताओं को शामिल किया जाता है, जैसे कि पल्स वेल्डिंग क्षमता, डिजिटल नियंत्रण और प्रोग्रामेबल सेटिंग्स, जो दक्षता और पुनरावृत्ति को बढ़ाती है। यह वेल्डिंग तकनीक विमान उद्योग, ऑटोमोबाइल और सटीक निर्माण उद्योगों में विशेष रूप से मूल्यवान है, जहाँ वेल्ड की गुणवत्ता और दिखावा परम महत्वपूर्ण है।